{{ विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध }} World Population Day Essay In Hindi | Vishwa Jansankhya Diwas par Nibandh

विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध | World Population Day Essay In Hindi | Vishwa Jansankhya Diwas par Nibandh 


Here the essay Topic is  "विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध"  "vishwa jansankhya diwas par nibandh"  "world population day in hindi"  "World Population Day Essay In Hindi"  "Essay on population day in Hindi" according to the Teachers, This Essay topic Is Very Important for Student in its Life so Here are Complete Essay On This Topic, U Can Also find other topic Essay In This Blog..

World Population Day | विश्व जनसंख्या दिवस | Vishwa Jansankhya Diwas





विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध | World Population Day Essay In Hindi | Vishwa Jansankhya Diwas par Nibandh 


Here are the many essays on the topic "विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध"  "vishwa jansankhya diwas par nibandh"  "world population day in hindi"  "World Population Day Essay In Hindi"  "Essay on population day in Hindi"  choose the essay according to your need, therefore all the essay are in the form of small, medium, and long, manner :-

Vishwa Jansankhya Diwas Kya Hai :-


यह दिवस सबसे पहली बार 11 जुलाई 1987 को मनाया गया था क्‍योंकि इसी दिन विश्‍व की जनसंख्‍या 5 अरब को पार कर गई थी इसे देखते हुऐ संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या वृद्धि को लेकर दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाने का निर्णय लिया क्‍योंकि आज दुनिया के हर विकासशील और विकसित दोनों तरह के देश जनसंख्या विस्फोट से चिंतित हैं भारत में बढती जनसंख्‍या की बजह से देश को लगातार बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी बढ़ेगी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ रह पाना मुश्किल होगा ऐसा अनुमान है कि भारत में एक मिनट में लगभग 25 बच्‍चे जन्‍म लेते हैं जनसंख्‍या के हिसाब से चीन विश्‍व में प्रथम स्‍थान पर और भारत दूसरे स्‍थान पर है इसी को देखते हुए भारत सरकार परिवार नियोजन के कई कार्यक्रम चला रही है  

विश्व जनसंख्या दिवस


World Population Day


Small Essay 1 :-   विश्व जनसंख्या दिवस | World Population Day | Vishwa Jansankhya Diwas


'विश्व जनसंख्या दिवस' प्रतिवर्ष 11 जुलाई को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है। विश्व की जनसंख्या पांच अरब तक होने से प्रेरित होकर संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के शासी परिषद ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरूआत 1989 में की थी। तब से यह दिवस प्रति वर्ष मनाया जाता है।

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य परिवार नियोजन की महत्ता, लड़के -लड़की के बीच समानता, गरीबी उन्मूलन और मातृत्व स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करना है। वर्ष 2013 का संयुक्त राष्ट्र विश्व जनसंख्या दिवस का मुख्य विषय रखा गया- 'किशोरावस्था में गर्भधारण'।

Medium Essay 2 :-   विश्व जनसंख्या दिवस | World Population Day | Vishwa Jansankhya Diwas


विश्व जनसंख्या दिवस

आज 11 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। विश्व जनसंख्या दिवस, विश्व आबादी से जुड़े मुद्दों और जागरुकता को लेकर मनाया जाता है। यूं तो मानव ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। नए-नए तकनीकि अविष्कार ने मानव जीवन को बिल्कुल बदल कर रख दिया है, लेकिन इस अंधाधुंध विकास के बीच के कई समस्याएं भी चुनौती के रूप में सामने खड़ी हुई हैं। इनमें एक समस्या है तेजी से बढ़ती जनसंख्या। इसको नियंत्रित करने के लिए लंबे समय से प्रयास जारी हैं, लेकिन बावजूद इसके जनसंख्या में वृद्धि लगातान बढ़ती जा रही है। खासकर विकासशील देशों में जनसंख्या विस्फोट गहरी चिंता का विषय है।

कब हुई शुरुआत

विश्व जनसंख्या दिवस की शुरूआत 11 जुलाई 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा की गई थी। उस वक्त विश्व की जनसंख्या लगभग 5 अरब थी। इस जनसंख्या की ओर ध्यान देते हुए 11 जुलाई 1989 को वर्ल्ड पॉपूलेशन डे की घोषणा की गई।

क्यों और कैसे मनाया जाता है

इस दिवस का उद्देश्य ये है कि विश्व का हर नागरिक इस ओर ध्यान दे और जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान दे। इस दिन बढ़ती जनसंख्या के समाधान और इस ओर जागरुकता फैलाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई क्रियाकलाप किए जाते हैं। इनमें शैक्षणिक जानकारी सत्र, निबंध लेखन प्रतियोगिता, विभिन्न विषयों पर लोक प्रतियोगिता, पोस्टर वितरण, सेमिनार और चर्चा शामिल हैं। इन क्रियाकलापों द्वारा परिवार नियोजन और गर्भ से जुड़ी तमाम जानकारियों से लोगों को जागरुक किया जाता है।

जनसंख्या से जुड़े भारत के आंकड़े

भारत जनसंख्या वृद्धि में दुनिया के कई देशों से बहुत आगे। बढ़ती जनसंख्या भारत के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है। आजादी के वक्त (1947) भारत की आबादी 34.20 करोड़ थी जो आज बढ़ कर 1 अरब 25 करोड़ से भी ऊपर पंहुच चुकी है। भारत में दुनिया की 15 फीसद आबादी रहती है और भारत के पास विश्व का 2.4 प्रतिशत भू- भाग है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है जनसंख्या वृद्धि किस तरह एक विकराल समस्या है।

आइए संकल्प लें कि हम अपने और आसपास के लोगों में यह जागरूकता फैलाएंगे कि वह भी छोटा परिवार चुनें और देश के विकास में भागीदार बनें। सरकार तो जागरूकता फैलाने की कोशिश कर ही रही है पर उससे ज्यादा आपकी बात आपके आसपास के लोगों में जागरूकता फैलाएगी।


Long Essay 3 :-   विश्व जनसंख्या दिवस | World Population Day | Vishwa Jansankhya Diwas


Vishwa Jansankhya Diwas 


आज विश्व जनसंख्या दिवस है ... हर साल 11 जुलाई को बढ़ती जनसंख्या के खतरों प्रति आगाह करते हुए लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। यह जागरूकता मानव समाज की नई पीढि़यों को बेहतर जीवन देने का संदेश देती है।

विश्व जनसंख्या दिवस का उद्देश्य आबादी की समस्याओं और समाज के आम विकास के कार्यक्रमों की ओर सरकारों और आम लोगों का ध्यान आकर्षित करना है।

विश्व की जनसंख्या, पांच अरब तक होने से प्रेरित होकर संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की शासी परिषद ने इस खास दिन को मनाने की शुरुआत 1989 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य वैश्रि्वक आबादी के मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

10 जुलाई, 2013 के आकड़ों के अनुसार फिलहाल पूरे विश्व की जनसंख्या है - 7,097,100,000 

विश्व जनसंख्या दिवस का हर राष्ट्र में विशेष महत्व है, क्योंकि आज दुनिया के हर विकासशील और विकसित दोनों तरह के देश जनसंख्या विस्फोट से चिंतित हैं। विकासशील देश अपनी आबादी और जनसंख्या के बीच तालमेल बैठाने में माथापच्ची कर रहे हैं तो विकसित देश पलायन और रोजगार की चाह में बाहर से आकर रहने वाले शरणार्थियों की वजह से परेशान हैं।

विश्व की कुल आबादी का आधा या इससे ज्यादा हिस्सा एशियाई देशों में है। चीन, भारत और अन्य एशियाई देशों में शिक्षा और जागरूकता की वजह से जनसंख्या विस्फोट के गंभीर खतरे साफ दिखाई देने लगे हैं। आलम यह है कि अगर भारत ने अपनी जनसंख्या वृद्धि दर पर रोक नहीं लगाई तो वह 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा।

इस समय भारत की आबादी 1.21 अरब है। यहां हर एक मिनट में 25 बच्चे पैदा होते हैं। यह आंकड़ा वह है, जो बच्चे अस्पतालों में जन्म लेते हैं। अभी इसमें गांवों और कस्बों के घरों में पैदा होने वाले बच्चों की संख्या नहीं जुड़ी है। एक मिनट में 25 बच्चों का जन्म यह साफ करता है कि आज चाहे भारत कितना भी प्रगति कर रहा हो या शिक्षित होने का दावा करता हो पर जमीनी हकीकत में अब भी उसमें जागरूकता नाम मात्र की है।
जागरूकता के नाम पर भारत में कई कार्यक्रम चलाए गए, हम दो हमारे दो का नारा' लगाया गया लेकिन लोग 'हम दो हमारे दो' का बोर्ड तो दीवार पर लगा देख लेते हैं, लेकिन घर जाकर उसे बिल्कुल भूल जाते हैं और तीसरे की तैयारी में जुट जाते हैं।

भारत में गरीबी, शिक्षा की कमी और बेरोजगारी ऐसे अहम कारक हैं, जिनकी वजह से जनसंख्या का यह विस्फोट प्रतिदिन होता जा रहा है। आज जनसंख्या विस्फोट का आतंक इस कदर छा चुका है कि 'हम दो हमारे दो' का नारा भी अब बेमानी लगता है इसलिए भारत सरकार ने नया नारा दिया है 'छोटा परिवार, संपूर्ण परिवार' छोटे परिवार के कई फायदे हैं बच्चों को अच्छी परवरिश मिलती है, अच्छी शिक्षा से एक बच्चा दो बच्चों के बराबर कमा सकता है। बच्चे और मां का स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है, जिससे दवाइयों का अतिरिक्त खर्चा बचता है। यह तो मात्र दो ऐसे फायदे हैं, जो एक छोटे परिवार में होते हैं। ऐसे ही ना जानें कितने फायदे छोटे परिवारों के होते हैं। जागरूक बनिए और संपूर्ण परिवार को चुनिए।

आइए संकल्प लें कि हम अपने और आसपास के लोगों में यह जागरूकता फैलाएंगे कि वह भी छोटा परिवार चुनें और देश के विकास में भागीदार बनें। सरकार तो जागरूकता फैलाने की कोशिश कर ही रही है पर उससे ज्यादा आपकी बात आपके आसपास के लोगों में जागरूकता फैलाएगी।


विश्व जनसंख्या से जुड़े कुछ रोचक तथ्य



  • दुनिया की कुल आबादी का आधा हिस्सा सिर्फ चीन, भारत, पाकिस्तान, ब्राजील, अमेरिका और इण्डोनेशिया में है |
  • विश्व की जनसंख्या का लगभग 50.4 % पुरुष और 49.6 % महिला है |
  • विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहर का दर्जा चीन के संघाई शहर का है |
  • अगर फेसबुक एक देश होता और इसके यूजर निवासी तो यह दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश होता |
  • आंकड़ो के अनुसार हर 20 मिनट में लगभग 3000 लोग पैदा होते है |
  • मानव सभ्यता की शुरुआत से लेकर अब तक 108 अरब लोग हमारी धरती पर रह चुके है | (अनुमानित)

विश्व जनसंख्या दिवस | World Population Day Slogans :-



  • हमारी धरती आबादी से अधिक है, जनसंख्या को नियंत्रित करने और पृथ्वी को बचाने के लिए खतरे में है
  • पृथ्वी ही एकमात्र ज्ञात ग्रह है, यह विशाल हो।
  • जन्म नियंत्रण बढ़ती आबादी पर नियंत्रण पाने के लिए आशीष है।
  • पृथ्वी हमारा घर है; इसे स्वच्छ, खुश और कम भीड़ में रखें
  • गरीबी, जनसंख्या और विकास के बारे में सोचने के लिए अभियान में शामिल हों
  • बेहतर भविष्य के लिए धरती पर भीड़ को कम करें
  • बिग परिवार बड़ी समस्याएं भी लाता है
  • अपने परिवार की योजना बनाएं और ग्रह की रक्षा करें
  • आबादी को नियंत्रित करके धरती का बोझ कम करें।
  • हमेशा के लिए प्रकृति का आनंद लेने के लिए आबादी को नियंत्रित करें
  • बढ़ती आबादी पृथ्वी के पर्यावरण के लिए विषाक्त है
  • अधिक जनसंख्या कम जगह और कम भोजन का कारण है।
  • जन्म नियंत्रण जनसंख्या नियंत्रण का एकमात्र उपाय है।
  • जनसंख्या नियंत्रण और महिलाओं के जीवन को बचाने




विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध | World Population Day Essay In Hindi | Vishwa Jansankhya Diwas par Nibandh 


Here are the many essays on the topic "विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध"  "vishwa jansankhya diwas par nibandh"  "world population day in hindi"  "World Population Day Essay In Hindi"  "Essay on population day in Hindi"  choose the essay according to your need, therefore all the essay are in the form of small, medium, and long, manner :-

Here the essay Topic is  "विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध"  "vishwa jansankhya diwas par nibandh"  "world population day in hindi"  "World Population Day Essay In Hindi"  "Essay on population day in Hindi" according to the Teachers, This Essay topic Is Very Important for Student in its Life so Here are Complete Essay On This Topic, U Can Also find other topic Essay In This Blog..

"विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध"  "vishwa jansankhya diwas par nibandh"  "world population day in hindi"  "World Population Day Essay In Hindi"  "Essay on population day in Hindi"