Senior Citizen Essay in Hindi | वरिष्ठ नागरिक पर निबंध | Varishth Nagrik par nibhandh

Senior Citizen Essay in Hindi | वरिष्ठ नागरिक  पर निबंध | vareisth nagarik par nibhandh


वरिष्ठ नागरिक 


बुजुर्ग पूरे समाज के लिए अनुभवों का भंडार , अतीत की रूप रेखा और सभी की श्रद्धा के पात्र होते हैं। अगर समाज में उन्हें सही सम्मान दिया जाए और उनके गहरे अनुभवों का लाभ उठाया जाए तो वह हमारी प्रगति में एहम भूमिका अदा कर सकते हैं। किन्तु आज की युवा पीढ़ी तो लगता है बुजुर्गों का सम्मान करना भूल सी गयी है उन्हें अपने सिवाय और कुछ दिखाई नहीं देता उनके अंदर खुद का हित छुपा है और वह परिवार में बुजुर्गों को अपने ऊपर बोझ समझने लगते हैं।

जिस परिवार को आदमी अपनी जान से भी ज्यादा प्रेम करता है जिसकी खुशियों के लिए वह अपना दुःख –सुख भूलकर अपना सब कुछ न्योछाबर कर देता है लेकिन उसके वृद्ध होते ही उन्हें तुच्छ समझा जाने लगता है बात तो हम संस्कारों की करते हैं किन्तु बुजुर्गों के साथ होते अन्याय को देखकर हमारी ओछी मानसकिता सामने आ जाती है

पूरे विश्वभर में बुजुर्गों पर होने वाले अत्याचार , बुरे  बर्ताव को रोकने के लिए और साथ ही साथ बुजुर्गों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कराने के लिए 1988  को संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर वर्ष 21 अगस्त को अंतराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाने का फ़ैसला लिया गया। जिससे बुजुर्गों के साथ होने वाले अन्याय और दुर्व्यवहार को रोका जा सके।

आज देशभर में बुजुर्गों की हालत बहुत नाजुक है वह हर तरफ ख़ुद को बेसहारा महसूस करते हैं एक आंकड़े के अनुसार देश में हर पांच में से एक बुजुर्ग अकेला जीवन जीने के लिए मजबूर है उनका अपना परिवार होते हुए भी वह दर -दर की ठोकरें खा रहे हैं।

भारत सरकार द्वारा 1999 में बुजुर्गों को लेकर एक नीति बनाई जिसके अनुसार वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ सबंधी , वित्तीय सुरक्षा आदि में उनकी मदद करना है इस नीति के अनुसार देश में बुज़ुर्गों के जीवन , उनकी संम्पति की रक्षा हेतु पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

हमारा देश हो जा फिर दुनिया का कोई दूसरा देश हो हर जगह वरिष्ठ नागरिक को सम्मान देना अति जरूरी है बड़ी उम्र में दवाई से ज्यादा अपनों के प्यार की जरूरत होती है इसीलिए घर में सदैव उन्हें सम्मान दें घर के हर छोटे बड़े कार्य में उनकी सलाह अवश्य लेनी चाहिए उन्हें बोझ ना समझते हुए उन्हें घर से ना निकाले बल्कि उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझें यदि किसी कारण आप उनसे दूर रहते भी हैं तो उनसे बात करने का समय जरूर निकालें किसी प्रकार का उन्हें अकेलापन महसूस ना होने दें।

इसीलिए हमें आज से ही यह समझना होगा के वरिष्ठ नागरिक हमारे विश्व की अमूल्य विरासत हैं उन्हें हमें बहुत कुछ दिया इसीलिए उनका सम्मान करें